बुधवार, 8 अप्रैल 2020

इंसानियत के दुश्मन..

 इंसानियत के दुश्मन...
 आज हम सब हमारे देश को संपूर्ण विश्व में महामारी लोगों का जीवन ले रही है तब एक डॉक्टरों और पुलिस जो हमें बचाने के लिए अपने प्राण तक की चिंता किए बिना अपना कर्तव्य निभा रहे हैं देश की सेना तो हर वक्त अपना कर्तव्य निभाती है पर समाज में कुछ विशेष मानसिकता वाले लोग अपने रक्षकों की जान लेने का प्रयास करते हैं उनकी बुद्धि का कोई महत्व नहीं है क्योंकि वह खुद अपना अच्छा बुरा नहीं सोच सकते वह दूसरों की विचारधारा पर जीवन आश्रित रहते  हैं या जीते हैं उनके लिए उनके लिए धर्म के लोगों ने जो कह दिया वही सत्य है और कुछ भी सत्य नहीं है धर्म के धर्मगुरु सर्वोपरि है जबकि मानवता  ही सर्वोपरि होती है परंतु यह बात उन जैसे मूर्खों को समझ नहीं आती ना ही मानवता की यह बस अपने धर्म गुरु की आज्ञा का पालन ही सर्वोपरि मानते हैं उनके लिए सही मैं गलत नहीं होता ऐसे व्यक्ति को समाज में रहने का कोई हक नहीं है ऐसे धर्मगुरु को चाहे वह किसी भी धर्म के हो उसे समाज के बीच मृत्युदंड दे देना चाहिए मेरे लिए तो पूरा समाज ही परिवार है हमारे लिए प्रथम धर्म इंसानियत और मानवता का है फिर मोहब्बत प्यार का धर्म सर्वोपरि होता है बौद्ध धर्म को सामान मिलना चाहिए और सम्मान करना चाहिए यदि आप किसी और के धर्म का सम्मान नहीं कर सकते हो तो हर किसी धर्म का अपमान करते हो तो आपको कोई हक नहीं है कि तू सो से अपने पहन के सम्मान की इच्छा रखना ठीक हुई आपकी धर्म का  भी सम्मान करेगा आप पहले स्वयं को बदलना सीखे फिर समाज को बदलने के लिए प्रयास पर आज मैं जो देख रहा हूं वह दुखदाई और दुर्भाग्यपूर्ण है कुछ लोग डॉक्टर पुलिस पत्थर इलाके मार रहे हैं उनके साथ बदतमीजी कर रहे हैं उनके साथ दुर्व्यवहार हो रहा है वह यह क्यों नहीं सोचते कीजिए दिन मार रहे हैं और सच बोल रहे हैं वे अपने कर्तव्य से विमुख हो गए तो आप और आपके परिवार और आपके धर्म सब नष्ट हो जाएंगा उनका अंत हो जाएगा समाज में डॉक्टर को भगवान माना जाता है क्योंकि वह प्राणों की रक्षा करते हैं वह दूसरों की जीवन बचाते हैं परंतु आपके द्वारा सभी प्रकार के दीवार और अपमान के बाद भी वह अपना धर्म और करते भी नहीं बोलते जो कि मानवता की पहचाने है वे सदैव मानवता की रक्षा करते हैं यह मानवता के लिए समर्पित हैं पर ऐसे व्यक्ति जो अपने रक्षकों का अपमान करें वह अपने अपने परिवार व समाज के संपूर्ण देश के दुश्मन होते हैं ऐसे व्यक्ति को मेरी राय में एक से अधिक मौका देना व्यर्थ है उन्हें दान देना चाहिए ताकि लोगों को उसे सबक लें और समाज में जागरूकता फैलानी चाहिएहमें मानवता के लिए कार्य करना चाहिए मानवता के शब्दों को से सदैव सुख दुख रखना चाहिए ऐसे लोग लोन लेना जानते हैं देना नहीं किसी को भी जीवन देने में जो सुख की खुशी मिलती है वह किसी भी कार्य में नहीं मिलती इंसान तो वह है जो दूसरों के लिए जीता है जो अपने लिए और अपने लालच में स्वार्थ के लिए जीते हैं उसका कोई महत्व नहीं है आजम संपूर्ण देश महामारी के चलते लोगों ने तब कुछ लोग कुछ दिन के लिए अपने घर में नहीं रह सकते वह अपने अधिकारों का हनन मानते हैं वह सोचते हैं कि उनकी आजादी उनसे छीनी जा रही है जैसे उनके घर में रहने से संपूर्ण विश्व नष्ट हो जाएगा वह अज्ञानी संपूर्ण विश्व के लिए एक बिहारी से कम नहीं है जो सबसे विनाशकारी है उनका व्यवहार ऐसा होता है जैसे उनकी उनसे उनकी जान या किसी शरीर का कोई अंग मांग लिया हो उस मांगा तो कुछ दिन तक घर में रहने के लिए प्रार्थना ही की है और अपना स्वास्थ्य जांच कराने में सहयोग ही तो मांगा है फिर भी उसमें उन्हें धर्म ही दिखता है कुछ लोगों को जो धर्म के नाम पर दूसरों से नफरत करते हैं संपूर्ण विश्व में की सरकार और भारत सरकार भी को भी COVID-19 पुराना बरस की महामारी से उत्पन्न चुनौती के खतरे का सामना करने के लिए भारत सरकार सभी आवश्यक कदम उठाएगी देश की जनता से सक्रिय सहयोग से हम इस बीच में वायरस का प्रसार को नियंत्रित करने में सक्षम हो सकते हैं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रदान की गई जानकारी और शोला और सावधानी के सही तरीके से पालन करें दवाई ले उसके स्थानीय प्रसार को रोका जा सकता है ......
हम आज हैं और कल जाएंगे यह संकल्प हमारा हम सब मिलकर कोरोना से बचने की विधि अपनाकर करो ना कोई यहां से और सॉरी में सबसे पका कर उनका नामोनिशान मिट आएंगे और हम हर हाल में कोरोना से निजात पाना है लेकिन इसके लिए हमें ट्रक संकल्प अपनाना है और हमें प्राइस से मुकाबला करते हुए सुरक्षित बचकर पुलकित होकर नया जोश नई उमंग उत्साह के साथ एक नया संसार बसाना है
हम इस संसार में नकारात्मकता तक की जगह सकारात्मक सोच का प्रसार करना चाहिए मैं यह नहीं कहता कि किसी एक धर्म में ऐसे लोग होते हैं परंतु ऐसे लोग से दूरी बनाए रखनी चाहिए सदैव सेन की अंतरात्मा की आवाज सुननी चाहिए यह सभी के हित में है आजकल लोग बढ़ते जा रहे हैं धर्म के नाम पर जाति के नाम पर भाषा के आधार पर रंग के आधार पर धर्म के आधार पर यह बंटवारा में समाप्त करने की कोशिश करनी चाहिए एक मानवता पूर्ण नई दुनिया की घुस आनी चाहिए जहां प्रेम निवास करें खुद लालच ईर्ष्या ना हो जा हर कोई एक-दूसरे के साथ लेकर चलें अपना सुख दुख बैठे हैं ऐसा होने पर कोई आत्महत्या नहीं करेगा आत्महत्या तब करते हैं जब उसके पास कोई सहारा नहीं होता उसका दुख बांटने के लिए हमें समाज और अपने देश को आगे ले जाना है ना कि पीछे |    हमारा भविष्य प्रकाश में होना चाहिए ना कि अंधकार में आप क्या सोचते हैं क्या करते हैं मैं यह नहीं बदल सकतापरंतु इतना निवेदन करता हूं कि आप सदैव सबका भला करें यदि भला ना कर सके तो कभी किसी का बुरा ना करें 
"कहते हैं जाहिलो में नहीं मिलते इतने ........ जाहिल
जितने जाहिल पढ़े लिखो में मिलते हैं........."

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